*******आज़ाद हिन्द फौज लड़ी थी यूरोप में ब्रिटेन से********
***********कैसे मिली आज़ादी ये है पूरा सच************
*********सुभाष चन्द्र बोस भारत में आज भी है wanted*******
मित्रो खेद होता है ये जानकार कि हमें इतिहास के नाम पर सिर्फ घास फूस ही पढाया जाता है पर सच कभी नहीं बताया जाता !!
बात द्वितीय विश्व युद्ध की है जब भारत की आज़ाद हिन्द फौज ने जर्मनी में पढ़ रहे छात्रों को बड़े पैमाने पर भरती किया ...ये छात्र भारत से जर्मनी पढने जाते थे !!
एक और ब्रिटेन की तरफ से बीस लाख भारतीय सैनिक लड़ रहे थे ... दूसरी और नाजियो की तरफ से आज़ाद हिन्द फौज लडती थी ..हुआ क्या कि जब एक ही देश के लोग आमने सामने आते थे ... तो ब्रिटेन के भारतीय सैनिको को बड़ी शर्म आती थी !!
जिसकी वजह से उन्होंने विद्रोह कर दिया और ब्रिटेन को भारत छोड़ना पडा!!
इतना ही नहीं general mohan singh ने इम्फाल मिजोरम में ही नहीं यूरोप में भी अंग्रेजो को कड़ी टक्कर दी ..और युवाओं को जगा दिया
फिर ब्रिटेन सुभाष चन्द्र बोस जी से झल्ला गया ..उसने नेहरु से एक समझौता कि वो देश छोड़ रहे है पर यदि बोस मिल जाय तो उसे ब्रिटेन को सौपा जाएगा !! नेहरु ने "transfer of power" एग्रीमेंट के तहत इस शर्त को मान लिया !!
जिसकी वजह से सुभाष चन्द्र बोस जी को देश छोड़ना पडा ..और आज़ादी दिलाकर हमेशा के लिए बेगाने हो गए !!और आज भी wanted है .... वो मरे नहीं थे जीवित थे !!
आज़ाद हिन्द फौज इन नामो से जर्मनी में जानी जाती थी - Legion Freies Indien, Indische Legion, the Tiger Legion, the Free India Legion, the Indische Freiwilligen-Legion Regiment 950 or the I.R 950' (Indisches Infanterie Regiment 950)!!(इन नामो को गूगल पर आप डालेंगे तो बहुत जानकारी मिल जाएगी)
इसके नाम के आगे सम्मान में "THE" लगाया गया व आज भी जर्मनी के इतिहास में पढाया जाता है !!
इस रेजिमेंट ने अंग्रेजो को बहुत छकाया व कई मोर्चो पर हराया था !!
एक हीरो हमेशा के लिए चला गया और पता नहीं कौन कौन शांतिवादी इस आज़ादी का श्रेय लेने आ गए !!
हमारे देश का एक ही असली हीरो है जिसने अपना काम पूरा करके ही दम लिया ...हमारा grand salute general mohan singh को !! मित्रो ये जानकारी मुझे हाल ही में मिली ..व पढ़कर मेरे आश्चर्य का ठिकाना न रहा !! कृपया पढ़े और इस हीरो की कहने औरो को भी बताए !!
source -http://en.wikipedia.org/ wiki/Indische_Legion
http://goo.gl/3mQZz
http://goo.gl/d92jV
http://goo.gl/KH2W3
http://goo.gl/HqYpd
***********कैसे मिली आज़ादी ये है पूरा सच************
*********सुभाष चन्द्र बोस भारत में आज भी है wanted*******
मित्रो खेद होता है ये जानकार कि हमें इतिहास के नाम पर सिर्फ घास फूस ही पढाया जाता है पर सच कभी नहीं बताया जाता !!
बात द्वितीय विश्व युद्ध की है जब भारत की आज़ाद हिन्द फौज ने जर्मनी में पढ़ रहे छात्रों को बड़े पैमाने पर भरती किया ...ये छात्र भारत से जर्मनी पढने जाते थे !!
एक और ब्रिटेन की तरफ से बीस लाख भारतीय सैनिक लड़ रहे थे ... दूसरी और नाजियो की तरफ से आज़ाद हिन्द फौज लडती थी ..हुआ क्या कि जब एक ही देश के लोग आमने सामने आते थे ... तो ब्रिटेन के भारतीय सैनिको को बड़ी शर्म आती थी !!
जिसकी वजह से उन्होंने विद्रोह कर दिया और ब्रिटेन को भारत छोड़ना पडा!!
इतना ही नहीं general mohan singh ने इम्फाल मिजोरम में ही नहीं यूरोप में भी अंग्रेजो को कड़ी टक्कर दी ..और युवाओं को जगा दिया
फिर ब्रिटेन सुभाष चन्द्र बोस जी से झल्ला गया ..उसने नेहरु से एक समझौता कि वो देश छोड़ रहे है पर यदि बोस मिल जाय तो उसे ब्रिटेन को सौपा जाएगा !! नेहरु ने "transfer of power" एग्रीमेंट के तहत इस शर्त को मान लिया !!
जिसकी वजह से सुभाष चन्द्र बोस जी को देश छोड़ना पडा ..और आज़ादी दिलाकर हमेशा के लिए बेगाने हो गए !!और आज भी wanted है .... वो मरे नहीं थे जीवित थे !!
आज़ाद हिन्द फौज इन नामो से जर्मनी में जानी जाती थी - Legion Freies Indien, Indische Legion, the Tiger Legion, the Free India Legion, the Indische Freiwilligen-Legion Regiment 950 or the I.R 950' (Indisches Infanterie Regiment 950)!!(इन नामो को गूगल पर आप डालेंगे तो बहुत जानकारी मिल जाएगी)
इसके नाम के आगे सम्मान में "THE" लगाया गया व आज भी जर्मनी के इतिहास में पढाया जाता है !!
इस रेजिमेंट ने अंग्रेजो को बहुत छकाया व कई मोर्चो पर हराया था !!
एक हीरो हमेशा के लिए चला गया और पता नहीं कौन कौन शांतिवादी इस आज़ादी का श्रेय लेने आ गए !!
हमारे देश का एक ही असली हीरो है जिसने अपना काम पूरा करके ही दम लिया ...हमारा grand salute general mohan singh को !! मित्रो ये जानकारी मुझे हाल ही में मिली ..व पढ़कर मेरे आश्चर्य का ठिकाना न रहा !! कृपया पढ़े और इस हीरो की कहने औरो को भी बताए !!
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